Video Tutorial of Hindi Subject for CTET, UPTET all other TET competitive Exam- 100% सफलता
Note:यह CD आपको 4 से 5 दिन में आपके घर तक भेज दी जाएगी|
किसी भी Competition एग्जाम को पास करने के लिए सभी सब्जेक्ट का संपूर्ण ज्ञान होना जरूरी |
आज के दौर में कंपटीशन इतना बढ़ गया है की 1-1 नंबर से लोगों का सिलेक्शन रुक जाता है इसलिए कोई भी सब्जेक्ट सरल कठिन नहीं होता, सभी को उतना ही महत्व देना चाहिए जितना कि आप दूसरे सब्जेक्ट को देते हैं
हिंदी हमारी मातृभाषा है फिर भी लोगों को एग्जाम पेपर में हिंदी विषय को हल करने में बहुत कठिनाई होती, कुछ विद्यार्थियों को हिंदी बोर लगने लगती जिससे कि उनका सिलेक्शन रुक जाता है |
आज के दौर में हिंदी का टीचर इतनी आसानी से नहीं मिल पाते है जितना कि किसी दूसरे सब्जेक्ट का मिल जाता है
इसलिए विद्यार्थियों को हिंदी समझने और पढ़ने में या उसको हल करने में परेशानी होती और अपने हिंदी की डाउट को दूर नहीं कर पाते हैं
इसलिए हमने अपने सभी सहयोगी के साथ बहुत अध्ययन के बाद सबसे अच्छे हिंदी क्लास की वीडियो ट्यूटोरियल
निकाली है इस इस सीडी में हिंदी के सभी भागो को ध्यान में रखकर वीडियो को सम्मिलित किया गया है |
यह वीडियो टॉप-50 यूट्यूब चैनल एंड टॉप वेबसाइट से सर्च कर बनाई गई है इसी को हम टॉप टीचर हिंदी वीडियो सकते हैं हमारा वादा है की इस ग्लोबल नेट की वीडियो ट्यूटोरियल से आपके सभी हिंदी के प्रॉब्लम दूर हो जाएंगे क्योंकि इसमें सभी टॉपिक को दो से तीन टीचरों ने अपने अपने अंदाज में पढ़ाया है|
जिन विद्यार्थियों को लगता है कि उनकी हिंदी अच्छी नहीं है या कमजोर है तो उनको यह CD लेनी चाहिए मेरा वादा है वह CD लेकर अपनी हिंदी को अच्छी कर सकते हैं और मैं एग्जाम में अच्छे मार्क्स प्राप्त कर सकते हैं
Note:यह CD आपको 4 से 5 दिन में आपके घर तक भेज दी जाएगी|
Hindi Video Tutorial of Hindi Subject for all Competitive Exam-CD के अंदर हिंदी के सभी टॉपिक को विडियो के माध्यम से समझाया गया हैं |-एग्जाम में
99.99% सफल |
Topic:-
अलंकार
अलंकार के भेद-शब्दालंकार, अर्थालंकार |
शब्दालंकार के भेद- अनुप्रास, यमक, पुनरुक्ति, वीप्सा , वक्रोति, श्लेष |
अनुप्रास के प्रकार- छेकानुप्रास वृत्यानुप्रास लाटानुप्रास अंत्यानुप्रास श्रुत्यानुप्रास |
छंद
छंद के भेद- मात्रिक छंद ,वर्णिक छंद, मुक्त छंद |
छंद के अंग- चरण वर्ण और मात्रा, संख्या और क्रम, गण, गति, यति |
कारक
कारक के प्रकार- कर्ता, कर्म, करण, संप्रदान, अपादान, संबंध, अधिकरण, संबोधन |
रस- स्थाई भाव, विभाव, अनुभाव
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विभाव- आलंबन विभाव, उद्दीपन विभाव |
अनुभाव- सात्विक अनुभाव, कायिक अनुभाव, वाचिक अनुभाव, आहार्य अनुभाव |
रसों के प्रकार- शृंगार रस, हास्य रस, करुण रस, रौद्र रस, वीर रस, भयानक रस, अद्भुत रस, शांत रस, वात्सल्य रस, भक्ति रस |
समास
समास के प्रकार- अव्ययीभाव समास, तत्पुरुष समास, कर्मधारय समास, द्वंद समास, बहुव्रीहि समास |
संधि
संधि के प्रकार- स्वर संधि, व्यंजन संधि, विसर्ग संधि |
स्वर संधि के प्रकार- दीर्घ संधि, गुण संधि, यण संधि, अयादि संधि |
शब्द और पद ,संज्ञा ,तत्सम और तद्भव ,वर्ण विच्छेद ,विलोम ,शुद्ध और अशुद्ध वाक्य |
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